नज़ारे वक्त के खामोश रहना सिखा देते है ! टूटी कस्ती को भी तेज धारो में बहना सिखा देते है ! जो तड़पता है वो ही दिल की तड़प को जनता है शेहरे मौत के हर दर्द को सहना सिखा देते है में शायर नहीं कोई जो लीखू नजम हर साए के इशारे पे ! ये तो गुजरे वक्त के लम्हे है जो बात कहना सिखा देते है !!!
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