Friday, October 29, 2010

नज़ारे वक्त के खामोश रहना सिखा देते है ! टूटी कस्ती को भी तेज धारो में बहना सिखा देते है ! जो तड़पता है वो ही दिल की तड़प को जनता है शेहरे मौत के हर दर्द को सहना सिखा देते है में शायर नहीं कोई जो लीखू नजम हर साए के इशारे पे ! ये तो गुजरे वक्त के लम्हे है जो बात कहना सिखा देते है !!!

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