Thursday, April 14, 2011


आज बहुत टेंशन है. इस बात की नही है कि विश्व विजेता क्रिकेट टीम मे आज हम किस खिलाडी का साथ दें या फिर अनशन के बाद भी अन्ना की असली जंग अभी बाकि है या अचानक मौसम के बदलते तेवर कभी तेज धूप तो कभी बरसात. बल्कि टेशंन इस बात की है कि आज उपवास है वैसे चिप्स,खीर,मिक्चर,फल,सूखे मेवे ,मैंगो शेक और बिना नमक के खाने की तैयारी तो कर ली है पर टॆंशन ...
पुराने समय मे घडी किसी के पास नही थी पर समय सबके पास था आज घडी तो सभी के पास है पर समय किसी के पास नही ...!!!!
अगर हम खुशी के पलो का इंतजार करेगे तो उम्र भर करते ही रहेगे लेकिन अगर हम ये सोचना शुरु कर दे कि हम खुश हैं तो हम हमेशा ही खुश रहेग़ें... तो क्या सोचा !!!!
आजकल चीटियो मे एक अजीब सा बदलाव महसूस किया जा रहा है. आजकल वो ज्यादा आक्रमक हो गई हैं. रसोई मे पहले वो गैस बर्नर पर नही चढती थी आटा,चीनी इत्यादि के डिब्बो पर भी चढने से पहले इंतजार करती थी लेकिन अब ऐसा लगता है कि चीटियो के भी पर निकल आए हैं.पता नही यह सब प्रकृति मे आए बदलाव की वजह से है या उनकी नई पीढी का बदलता स्वभाव ..
बडी अजीब सी बात है .... जब हम सही होते है तो कोई हमे याद नही रखता पर जब हम गलत होते हैं तो कोई हमे भूलता नही ....

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